नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। शरीर के समुचित विकास में पोषक पोषक तत्वों की अहम भूमिका होती है। इनमें किसी एक पोषक तत्व की कमी से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। खासकर कैल्शियम और विटामिन-सी की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। इसके चलते बच्चों की लंबाई नहीं बढ़ती है। साथ ही वयस्कों में पैरों में झुनझुनी, मसल्स यानी मांसपेशियों में दर्द, दांतों में सड़न आदि लक्षण देखे जाते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो हड्डियों को मजबूत करने के लिए कैल्शियम और विटामिन-डी युक्त चीजों को डाइट में शामिल करना चाहिए। अगर आप भी हड्डियों को मजबूत करना चाहते हैं, तो आलूबुखारा को डाइट में जरूर शामिल करें। आइए जानते हैं-
आलूबुखारा क्या होता है
आलूबुखारा को कई नामों से जाना जाता है। हिंदी में अलुचा भी कहा जाता है। अंग्रेजी में इसे प्लम कहा जाता है। यह फल लीची समान और आकार का होता है। इसका स्वाद बहुत मीठा होता है। अमेरिका और भारत समेत कई देशों में आलूबुखारा की खेती की जाती है। इस फल का उपयोग जैम बनाने में अधिक किया जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए लाभदायक होते हैं।
हड्डियों के लिए होता है फायदेमंद
विशेषज्ञों की मानें तो आलूबुखारे में कैल्शियम पाया जाता है। आलूबुखारे के सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं। साथ ही ऑस्टियोपोरोसिस रोग का खतरा भी कम हो जाता है। इसके लिए रोजाना आलूबुखारे का सेवन करें। आप चाहे तो आलूबुखारे के जूस का भी सेवन कर सकते हैं।
डेयरी प्रोड्क्ट खाएं
डेयरी उत्पादों (दूध, दही, पनीर) में विटामिन-डी और कैल्शियम अधिक मात्रा में पाए जाते हैं, जो कि हड्डियों के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। डेयरी उत्पादों में प्रोटीन की अधिकता होती है। इसे शरीर निर्माण का पूरक माना जाता है। यह चोट, जख्म और घावों को भरने में दवा की तरह काम करता है। इसके लिए अपनी डाइट में डेयरी प्रोड्क्ट को जरूर शामिल करें


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